मुंबई का तत्कालीन नाबालिक आतंकवादी (जैसे उसने कोर्ट में कहा) अकमल कसाब ने यहाँ की मेहमान नवाजी से खुश होकर एक इच्छा और जाहिर की है. चार मामलों में आजन्म कारावास और ५ मामलों में सजाये मौत वाले कसाब की फांसी कब तय होगी यह कहना मुस्किल है. क्योंकि लम्बी चलने वाली प्रक्रिया में यह तो शुरुवात है, इसे कानून के जानकर जानते हैं. जब अफजल गुरु की दया याचिका ४ साल से धुल खा रही है उसी प्रक्रिया में तो कसाब को गुजरना है. उसकी इच्छा है कि वह निकाह करना चाहता है। इस मामले में उसे पाकिस्तान से लड़की ना मिले तो हिन्दुस्तान की लड़की भी चलेगी। ये कसाब का बड़प्पन ही है। उसके इस दर्द से हमारे मानवतावादी लोग अच्छे से वाकिफ़ होंगे। अगर कोई लड़की तैयार न हो तो ऐसी स्थिति मानवतावादियों को अपनी लड़की दे्ना चाहिए, यही मानवता है।
खुंखार आतंकवादी के मन में प्रेम के अंकुर का फ़ूटना उसकी बदलती मानसिक स्थिति का परिचायक है। ऐसे में मानवतावादी बिरादरि्यों की एक विजय कहा जाए तो कोई बड़ी बात नहीं है। हम लोग भी दरि्यादिल हैं ऐसे में कसाब के साथ कोई नाइन्साफ़ी नही हो्ना चाहिए, उसकी कोई इच्छा अधुरी नहीं रहना चाहिए, बिरयानी शोरबा खा-खाकर वह बोर हो गया है, ऐसे में जीवन साथी एवं परिवार का ख्याल आना कोई बड़ी बात नही है। अकमल साहेब आप इच्छा भर जाहिर करते रहें, हमारे यहाँ ऐसे लोगों की बहुत बड़ी फ़ौज उपलब्ध है, जो आपकी हर इच्छा को सर आँखों पर रखने के लिए तैयार है। हम तो उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब आप अपने बहुत से नन्हे-मुन्नों के साथ खेलते नजर आएं और उन्हे असलहे चलाने की ट्रेनिंग देते दिखें। यहां की कानूनी प्रक्रिया तो वो ग्रीन प्लाई है जो जिन्दगी भर चलती रहे।
हा हा हा बहुत बढिया डॉक्टर साहब
ReplyDeleteमानवाधिकार वादी लड़की भी देंगे कसाब को और दावत-ए-वलीमा भी करगें। नोट-कसाब के बच्चों के लिए उपहार लाना ना भुलिएगा
अच्छी पोस्ट
विलकुल सही कहा आपने हो सके तो हमारा ये लेख(देखो सेकुलर गद्दारो तुम्हारे पाले हुए हरामजादे आतंकवादी किस तरह निर्दोश आम जनता का खून बहा रहे हैं आओ देसभक्तो मिलकर कालिख पोते इन आतंकवादियों के समर्थक सेकुलर गद्दारों के रक्त रंजित चेहरों पर।) जरूर पढ़ें।
ReplyDeletehahaha bahut sahi bhaisahab....ab manvadhikarvadiyo ko hi age ana chahiye.....akhir bahut rote jo hai aise logo ke manvadhikar ke liye jo vastaw me manav to hai hi nahi...
ReplyDeleteसर्वप्रथम आपको इस दुनिया मे शिरकत करने की बहुत बहुत बधाई। साथ ही बधाई देना चाहुन्गा ललित भाई को भी। जिन्होने चर्चा के माध्यम से हम सभी को अवगत कराया। प्रवेश करते ही मन के अच्छे उद्गार यहां प्रकट कर दिये। बधाई।
ReplyDeleteVery nice comment.
ReplyDeleteकसाब पर ३६ करोड़ क्या १६६ करोड़ खर्च हो जाएँ ,उसकी हर ख्वाहिश पूरी होगी क्योंकि हमारी सेकुलर गाँधी वादी सरकार विश्व में अपनी 'मानवाधिकारवादी छवि को कभी आंच नहीं आने देगी। अभी तो कसाब के बहुत दिन बाकी हैं क्योंकि उसका बड़ा भाई 'अफज़ल' दस साल से प्रतीक्षा सूची में है।हो सकता है इतने में कोई 'उड़नखटोला' कंधार के लिए उड़न भर जाये और हमारे 'सेकुलर शैतानों 'का अल्पसंख्यक वोट बैंक लुटते लुटते बच जाये
ReplyDeletesabse pahle aapko es jagat me swagat hai
ReplyDeleteaapki bato se mai sahmat hu. jaha par kisi parkriya ko pure hone me itna time lagta ho waha kya ho sakta hai siway unke demand ko pura krne ke.
Afjal ka example hamare samne hai jiski file pata nai kis office k kyon se dustbin me padi hai
हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
ReplyDeleteकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें